अधिवृक्क ग्रंथि के साथ मानव गुर्दा

E3H.2003

संक्षिप्त वर्णन:


वास्तु की बारीकी

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जीवन आकार। मॉडल में गुर्दे, अधिवृक्क ग्रंथि, वृक्क और अधिवृक्क वाहिकाओं और प्रांतस्था मूत्रवाहिनी के ऊपरी भाग की विशेषता है। प्रांतस्था मज्जा, प्रांतस्था वाहिकाओं और वृक्क श्रोणि को प्रकट करें। मॉडल को इंस्ट्रक्शन और पैशन एजुकेशन के स्टैंड से हटाया जा सकता है।

मानव शरीर में अधिवृक्क ग्रंथि एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंतःस्रावी अंग है। क्योंकि यह दोनों तरफ गुर्दे के ऊपर स्थित होता है, इसलिए इसे अधिवृक्क ग्रंथि कहा जाता है। गुर्दे के ऊपर स्थित बाईं और दाईं ओर एक अधिवृक्क ग्रंथि होती है, और संयुक्त रूप से वृक्क प्रावरणी और वसा ऊतक द्वारा लपेटी जाती है। बाईं अधिवृक्क ग्रंथि अर्धचंद्राकार है, और दायां अधिवृक्क ग्रंथि त्रिकोणीय है। दोनों तरफ अधिवृक्क ग्रंथियों का वजन लगभग 30 ग्राम होता है। पक्ष से देखने पर, ग्रंथि को दो भागों में विभाजित किया जाता है: अधिवृक्क प्रांतस्था और अधिवृक्क मज्जा। आसपास का भाग कोर्टेक्स है और भीतरी भाग मेडुला है। दोनों घटना, संरचना और कार्य में भिन्न हैं, और वे वास्तव में दो अंतःस्रावी ग्रंथियां हैं।


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